जब एक कार्यकर्ता एक ऐसे चालाक राजनीतिक सलाहकार को बचाना शुरू करता है जो उसकी गर्लफ़्रेंड का पिता भी है, तो प्यार और फ़र्ज़ के बीच झूलते निजी एजेंडा धोखे का कारण बनते हैं.
जब एक कार्यकर्ता एक ऐसे चालाक राजनीतिक सलाहकार को बचाना शुरू करता है जो उसकी गर्लफ़्रेंड का पिता भी है, तो प्यार और फ़र्ज़ के बीच झूलते निजी एजेंडा धोखे का कारण बनते हैं.